Tamil Documents

  • तिरुप्पावै – श्रीव्रत प्रबन्ध: – Thiruppavai Sri Vrat

    नीलातुङ्गस्तनगिरितटी सुप्त मुद्बोध्य कृष्णंपारार्थ्यं स्वं श्रृतिशतशिर:सिद्ध मध्यापयन्ती ।स्वोच्छिष्टायां स्रजि निगलितं या बलात्कृत्य भुङ्क्तेगोदा तस्यै नम इदमिदं भूय एवास्तु भूय: ।।…

    Read More »
Back to top button
error: Content is protected !!