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Shree yogiraj suprabhatam in Sanskrit / श्रीयोगीराज सुप्रभातम् / SRD
श्रीयोगीराज सुप्रभातम् श्रीमच्छठारिगुरुगीत पदाब्ज भृङ्ग, रामानुजार्य पद पङ्कज सक्तचित्त । श्रीवादिभीतिकृदनन्तगुरु प्रमोद, श्रीयोगिराज भगवन् तव सुप्रभातम् ।। १ ।। श्रीमत्सनातनसुनीतिविवर्धनाय…
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Yogiraj Prappatti – श्रीयोगिराजप्रपत्तिः / Sanskrit/ SRDBHAKTI SLOKAS
श्रीयोगिराजप्रपत्तिः श्रीमल्ललाटवरसद्रचितोर्ध पुण्ड्रः, शुभ्रोपवीत सुशिखो धृत शुभ्रवासाः यो वादिभीति कृदनन्त गुरोः सुशिष्यः पद्माक्षयोगिचरणौशरणं प्रपद्ये ।। १ ।। यौ मुक्तिनाथ भगवत्…
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धनुर्मास संक्षिप्त पाठ – Dhanurmas Samchitta Paath – ( Andal, Goda, Godha Dhanurmas Samchitta Paath )
कपूर्र आरती कर्कटे पूर्वफाल्गुन्यां तुलसीकाननोद्भवाम् ।।पाण्डे विश्वम्भरां वन्दे गोदां श्रिरंगनायकीम् ।।१।। निलास्तुङ्गस्तनगिरितटी सुप्तमुद्बोध्यकृष्णंपारार्थ्यं स्वं श्रुतिशतशिरस्सिद्धसध्यापयन्ती ।स्वोच्छिष्ठायां स्रजिनिगलितं या बलात्कृत्य भुङ्तेगोदा…
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श्री गोदाम्वा प्रपत्ति – श्री भुमिका पति उनै हरिकी पियारी – Sri Godamba Prapatti
श्री गोदाम्वा प्रपत्ति श्री भुमिका पति उनै हरिकी पियारी श्री विष्णुचित्त मुनिकी अति राम्री छोरी ज्यादै प्रसिद्ध शुभकीर्ति चली रहेका…
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अथ यतिराजस्तोत्रम् – Yetiraj Stotram – Ramanuj Stotram
?? अथ यतिराजस्तोत्रम् – Yetiraj Stotram ?? भजे भाष्यकारं भजे लक्ष्मणार्यं भजे शालसद्ग्रामरामानुजार्य्यम् ।। धनं यस्य सद्ब्रह्मविद्यानिदानं बुधानन्दरूपं स्वरूपं दधानम्…
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श्रित-कमला आरती – Aarati
श्रित-कमला-कुच-मण्डल धृत-कुण्डल एकलित-ललित-वन-माल जय जय देव हरे दिन-मणि-मण्डल-मण्डन भव-खण्डन एमुनि-जन-मानस-हंस जय जय देव हरे कालिय-विष-धर-गञ्जन जन-रञ्जन एयदुकुल-नलिन-दिनेश जय जय देव…
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अर्चिरादिमार्ग कविता । श्रीनारायँ वेद विद्या भमवान, मेरा पिता हुन् हरि । Sri narayana veda vidya bhawan mera pita hun hari
अर्चिरादिमार्ग कविता श्रीनारायण वेद -विद्या भगवान, मेरा पिता हुन् हरि । आमा हुन् हरि बल्लभा भगवती, लक्ष्मी पराधीस्वरि ।।…
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शरणागतले रहनु यसरी – Saranagata Lay Rahanu Yesari [Saranagati]
शरणागतले रहनु यसरी शरणागतले रहनु यसरी हरिकै सव हुन् म पनि हरिकै । २ मनहोस् हरिका गुण चिन्तनमा, कर लागिरहून्…
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श्रीयोगिराज स्वामीजीका मुक्तक तनियन् – Yogiraj Swamijee Muktak Taniyan
श्रीयोगिराज स्वामीजीका मुक्तक तनियन् भाद्रमासे शुभेकृष्णे दशम्यां रविवासरे । आर्द्रभे भुविजाताय श्रीकमलाक्षाय मङ्गलम् ।। सकलबुधवरेण्यं भाद्रकृष्णे दशम्यां रविशुभदिनयुक्तार्द्रानक्षत्रेसुजाम् । सकलगुणनिधानं…
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